तुम्हारे मौसम का रंग बड़ा सुहाना लगे मैं शाम चुरा लू अगर बुरा न लगे जो डूबना है इस तरह तूझमे की आस पास के लहरO को भी पता न लगे तुम्हारे बस में हो अगर तो भूल जाओ हमे तुम्हे भुलाने में शायद हमें जमाना लगे न जाने क्या है किसी की उदाशी तू मुँह छुपा के जाए फिर भी मुझे बुरा न लगे हमारे प्यार भी इस तरह चढ़ने लगे है तूझ पे दुआ करो किसी की बदुआ न लगे......✍️
💔#बेवफा को याद करके आज भी दिल रोता है।★★★★★★
💔#बेवफा को याद करके आज भी दिल रोता है।★★★★★★
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